Start Date: 26-09-2023
अंतिम तिथि 31-10-2023
हिमाचल प्रदेश मुख्य रूप से एक ग्रामीण प्रदेश है, जिसकी 89.97% ...
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हिमाचल प्रदेश मुख्य रूप से एक ग्रामीण प्रदेश है, जिसकी 89.97% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में वास करती है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था और जनसंख्या की प्रगति एवं विकास प्रदेश की समग्र उन्नति और समावेशी विकास की कुंजी है। ग्रामीण विकास विभाग, प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के साथ मिलकर अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण लोगों के साथ भागीदारी और प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है ताकि हिमाचल के ग्रामीण क्षेत्रों को विकास की नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया जा सके।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में कृषि उत्पादकों, पशुपालकों और कारीगरों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा मुख्यत: सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों और कॉलेजों पर निर्भर है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आजीविका सुनिश्चित करने के लिए सरकार कड़े प्रयास कर रही है। राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं से अच्छी तरह अवगत है और इन समस्याओं का समाधान करने के लिए आप सभी के सुझाव चाहती है। आपके मूल्यवान सुझाव हमारे प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और राज्य के भविष्य को समृद्धि और सामंजस्य पूर्ण बनाने में महत्वपूर्ण होंगे। आए साथ मिलकर काम करें और हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक और उज्ज्वल भविष्य को रूपांतरित करें।
MyGov हिमाचल पोर्टल के माध्यम से 31 अक्टूबर 2023 तक हमें अपने बहुमूल्य विचार और सुझाव भेजें और हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में अपना योगदान दें।
Palak Rajput 1 year 4 weeks पहले
Humara gaon m road connectivity ache se nhi ki gyi h aur college bhut dur h kreeb 35 kilometres ki duri PR
Isko dekhtehuye ek college ka nirman Kiya govt college Rey Jiska construction work chla hua h pr teacher kmi k Karan aur science stream na hone k Karan dur Jana pd rha h aur bses k service bi ek ghante k bad ek h
Student bhut jyada suffer kr rhe h study m bi m aur college Jane m
Anil Kumar 1 year 1 month पहले
Thank you,first of all my priority of making the village developed is my sincere discipline in my own life.That’s the right of each person in the village & the state.If Iam a qualified person in the village than my responsibilities are much than that of the other.No doubt my village might be recovered in each kind of progress among the states. Director Anil kumar
Ravi 1 year 1 month पहले
Aaj kal pure Himachal pardesh me rason card ke depu me ghotaale ho rhe h Or yah kafi had tk bura ho rha h garivo ki rason pura nhi milta depu bale kahte es baar aapka nhi aaya h Or bah dukandaar ko bech dete h yaha tk ki hotal me bhi jaya jata h garibon ko nhi milta h . Meri sarkar se yah gujarish h ki 300 se oooer jis bhi depu me rason card h baha par ek or depu bana chahiye jaha par 500 se jaya rason card h bahi jabase jaya ghotaala hota h 300 se ooper rason card radd kar de rojgaar khulega
Pawan Kumar 1 year 1 month पहले
Find or create the source of income
Abdhesh Kumar 1 year 1 month पहले
Ji.sir
BrahmDevYadav 1 year 1 month पहले
ग्रामीण विकास से क्या आशय है?
उत्तर: ग्रामीण विकास का अर्थ है कि ग्रामीण विकास का तात्पर्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था में उन घटकों के विकास पर ध्यान केन्द्रित करने पर बल देना है जो वर्तमान में पिछड़ी हुई अवस्था में हैं किन्तु वे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सर्वांगीण विकास हेतु आवश्यक हैं।
BrahmDevYadav 1 year 1 month पहले
ग्रामीण क्षेत्र में उपलब्ध करवाने वाले स्रोत कौन कौन से हैं?
सहकारी समितियां ग्रामीण क्षेत्रों में कम लागत वाले वित्त के अन्य प्रमुख स्रोत हैं। सहकारी समितियों के रूप हैं:-
किसान सहकारी समितियां, बुनकर सहकारी समितियां, औद्योगिक श्रमिक सहकारी समितियां, क्रेडिट सहकारी समिति, उपभोक्ता सहकारी समिति, उत्पादक सहकारी समितियां, विपणन सहकारी समिति, आवास सहकारी समिति।
BrahmDevYadav 1 year 1 month पहले
ग्रामीण क्षेत्र में उपलब्ध करवाने वाले स्रोत कौन कौन से हैं?
सहकारी समितियां ग्रामीण क्षेत्रों में कम लागत वाले वित्त के अन्य प्रमुख स्रोत हैं। सहकारी समितियों के रूप हैं:-
किसान सहकारी समितियां, बुनकर सहकारी समितियां, औद्योगिक श्रमिक सहकारी समितियां, क्रेडिट सहकारी समिति, उपभोक्ता सहकारी समिति, उत्पादक सहकारी समितियां, विपणन सहकारी समिति, आवास सहकारी समिति।
BrahmDevYadav 1 year 1 month पहले
आधुनिक समय में ग्रामीण जीवन में क्या परिवर्तन हुए हैं?
ग्रामीण लोग आज बच्चों के जन्म के अवसर, कर्मकांडों, मृत्यु-भोज आदि पर पहले की अपेक्षा कम व्यय करने लगे हैं। धीरे-धीरे धार्मिक कृत्यों पर उनका विश्वास उठता चला जा रहा है। परिणामस्वरूप ग्रामीण नैतिक मूल्यों को ह्रास होना प्रारंभ हो गया है। धर्म को ग्रामीण समाज में आजकल कम महत्त्व प्रदान किया जा रहा है।
BrahmDevYadav 1 year 1 month पहले
ग्रामीण विकास की विशेषताएं क्या हैं?
निष्कर्ष:- ग्रामीण विकास टिकाऊ और समावेशी समाज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ग्रामीण क्षेत्रों के सामने आने वाली विशिष्ट चुनौतियों का समाधान करके और प्रभावी समाधान को लागू करके, हम ग्रामीण समुदायों का उत्थान कर सकते हैं, गरीबी और बेरोजगारी को कम कर सकते हैं और शहरी ग्रामीण विभाजन को पाट सकते हैं।