Rajiv Gandhi Swarojgar Yojana :
हिमाचल सरकार ने युवाओं के लिए स्वरोजगार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने हेतु नई राजीव गांधी स्वरोजगार योजना स्थापित की है। इस योजना के माध्यम से राज्य के युवाओं को नए औद्योगिक उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन हेतु सुविधा प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत लाभार्थियों नया उद्योग स्थापित करने हेतु 90% तक ऋण देगी,10% व्यय लाभार्थी द्वारा खुद वहन किया जाएगा। आवेदकों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध पोर्टल पर एक सामान्य आवेदन पत्र जमा करना होगा। यह योजना राज्य में एक उद्यम आधारित परिवेश स्थापित करने पर केंद्रित है।
राजीव गांधी स्वरोजगार योजना क्या है
हिमाचल प्रदेश के युवाओं के लिए स्वरोजगार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने हेतु राज्य सरकार ने राजीव गांधी स्वरोजगार योजना 2023को शुरू किया है। इस योजना का लक्ष्य विशेष रूप से हरित क्षेत्र से संबंधित नई परियोजनाओं को प्रोत्साहन प्रदान करना है। राज्य सरकार द्वारा Rajiv Gandhi Swarojgar Yojana के तहत युवाओं को ई-बसे, इलेक्ट्रिकल टैक्सियां, इलेक्ट्रिकल ट्रक खरीदने के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके अलावा दंत क्लीनिक, 1 मेगावाट तक वाणिज्यिक सौर ऊर्जा परियोजना और मत्स्य पालन की परियोजना के लिए भी युवाओं को प्रोत्साहन हेतु सुविधा प्रदान की जाएगी।
राज्य सरकार द्वारा इस योजना के तहत नए उद्योग स्थापित करने हेतु परियोजना लागत का अधिकांश हिस्सा बैंक प्रदान करेंगे, जबकि लाभार्थी को आंशिक वित्तीय योगदान ही करना होगा। उद्यमों को इस योजना के अंतर्गत बैंक से ऋण की पहली किस्त प्राप्त करने के दो साल के अंदर वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करना जरूरी है।
Rajiv Gandhi Swarojgar Yojana 2023 का मूलभूत उद्देश्य
आप लोग जानते ही हैं कि लॉकडाउन के समय बंद पड़े कारखाने की वजह से बेरोजगारी एकदम से बहुत अधिक बढ़ गई है। जिससे गरीबी तथा आर्थिक समस्याओं के कारण लोग बहुत निराश और हताश है। बेरोजगारी के कारण खासकर के युवाओं में बहुत अधिक निराशा है। इन सब बिंदु को देखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा Rajiv Gandhi Swarojgar Yojana को शुरू किया गया है। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को सशक्त, आत्मनिर्भर तथा आर्थिक रूप से मजबूत बनना है। साथ ही हिमाचल प्रदेश को देश का पहला हरित ऊर्जा राज्य बनाना है।
राजीव गांधी स्वरोजगार योजना से प्रदेश के युवाओं को नया उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन व सहायता दी जाएगी। जिससे बेरोजगारी को खत्म करने में सहायता मिलेगी। योजना के अन्तर्गत बैंक परियोजना लागत का 90 प्रतिशत सावधि या समग्र ऋण के रूप में प्रदान करेंगे, जबकि 10 प्रतिशत व्यय लाभार्थी द्वारा वहन किया जाएगा।
Rajiv Gandhi Swarojgar Yojana की विशेषताएं
• इस योजना का लाभ हिमाचल प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को मिलेगा
• सन् 2026 तक Rajiv Gandhi Swarojgar Yojana के माध्यम से हिमाचल प्रदेश देश का पहला “हरित ऊर्जा
राज्य” बनने और इलेक्ट्रिकल वाहनों के लिए एक आदर्श राज्य के रूप में विकसित होने में लाभकारी साबित होगा।
• HP Rajiv Gandhi Swarojgar Yojana के तहत युवाओं को ई-बसे, इलेक्ट्रिकल टैक्सियां, इलेक्ट्रिकल ट्रक खरीदने
के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा।
• इसके अलावा1 मेगावाट तक वाणिज्यिक सौर ऊर्जा परियोजना, दंत क्लीनिक स्थापित करने के लिए और मत्स्य पालन की
परियोजना के लिए भीयुवाओं को प्रोत्साहन हेतु सुविधा प्रदान की जाएगी।
• सरकार द्वारा इस योजना के तहत पात्र आवेदकों को प्लांट और मशीनरी या उपकरण के लिए अधिकतम 60 लाख के
निवेश पर 25% सब्सिडीप्रदान की जाएगी। लेकिन कार्यशील पूंजी सहित कुल परियोजना लागत 1 करोड़ रुपए से अधिक
की नहीं होनी चाहिए।
• अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के लिए निवेश सब्सिडी की सीमा 30% है जबकि महिलाओं और दिव्यांगजन लाभार्थियों
के लिए यह सीमा35% निर्धारित की गई है।
• ई टैक्सी, ई ट्रक, ई बस और ई टेंपो खरीदने वाले सभी श्रेणी के लिए निवेशकों के लिए सब्सिडी की सीमा 50%
निर्धारित है।
• योजना के प्रभावी संचालन के लिए हिमाचल सरकार ने 10 करोड़ का कॉर्पस फंड आवंटित किया है।
राजीव गांधी स्वरोजगार योजना के लिए पात्रता (eligibility)
• इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को हिमाचल का निवासी होना चाहिए।
• लाभार्थी की उम्र 18 वर्ष से 45 वर्ष के बीच की हो। महिला आवेदकों को अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट प्रदान
की गई है।
• राजीव गांधी स्वरोजगार योजना के लाभार्थी कम से कम 10th पास हो।
• केंद्र एवं राज्य सरकार की किसी भी अन्य योजना का लाभ आवेदक ने ना लिया हो।
• आवेदक को किसी बैंक अथवा संस्था द्वारा दिवालिया घोषित ना किया गया हो।